My Diary...
Saturday, June 2, 2012
A raindrop...
अश्रु क्यों समझा तुमने,
जो इक बूँद गिरी आँखों में..
क्यों इतना है प्यार मुझसे,
जो लिया मुझे बाहों में..
इस प्यार को महसूस करने के लिए,
प्रार्थना है मेरी
कि इक बूँद हो हर पल,
हर दिन इन आँखों में...
* * * * *
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